नई दिल्ली। सिकल सेल डिजीज की दवा अब रेफ्रिजरेटर में रखना जरूरी नहीं रहेगा। इसके लिए नई दवा खोज ली गई है। फार्मा कंपनी एकम्स को हाइड्रोक्सीयूरिया के रूम टेम्परेचर पर स्टेबल रहने वाले ओरल सस्पेंशन के लिए पेटेंट मिला है। यह सिकल सेल डिजीज के इलाज़ के लिए एक सफल फॉर्मूलेशन बताया गया है।

इससे हाइड्रोक्सीयूरिया सॉल्यूशन से जुड़ी स्टोरेज और ज्यादा लोगों को प्रदान करने संबंधी चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण प्रगति मिली है। गौरतलब है कि सिकल सेल डिजीज एक आनुवंशिक (खून से संबंधित) बीमारी है, जो एनीमिया, बार-बार दर्द के दौरे और अन्य दुर्बल करने वाले लक्षणों जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। इस बीमारी से दुनियाभर में लाखों लोग पीडि़त हैं, खासकर भारत और अफ्रीका में।

इस सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या का समाधान करते हुए एकम्स का नया फॉर्मूलेशन पारंपरिक हाइड्रोक्सीयूरिया सॉल्यूशन के मुकाबले एक महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है। पारंपरिक हाइड्रोक्सीयूरिया सॉल्यूशन के लिए 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रेफ्रिजरेशन की आवश्यकता होती है। यह बीमारी ज्यादातर आदिवासियों में है, तो उनके यहां रेफ्रिजरेटर का होना दुर्लभ है। ऐसे में यह नया ओरल सस्पेंशन रूम टेंपरेचर पर स्थिर रहता है। इससे इसे ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए एक प्रैक्टिकल सॉल्यूशन मिल गया है।

रूम टेंपेरेचर पर स्थिर रहने के कारण यह विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में ज्यादा कारगर होगा, क्योंकि वहां कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं की काफी कमी रहती है। एकम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव जैन ने कहा कि हमें इस फॉर्मूलेशन के लिए पेटेंट हासिल करने पर गर्व है।

इस फॉर्मुलेशन में भारत और अफ्रीका दोनों में अनगिनत मरीजों के जीवन को बेहतर बनाने की क्षमता है। एकम्स में हम इनोवेटिव हेल्थकेयर सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे कि असल दुनिया की चुनौतियों का समाधान हो और मरीज का परिणाम सकारात्मक रूप से प्रभावित हो।