नई दिल्ली। फार्मा कंपनी को 2,395 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस मिला है। यह नोटिस देश की दिग्गज फार्मा कंपनी डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज को डॉ रेड्डी होल्डिंग लिमिटेड (डीआरएचएल) के साथ विलय को लेकर है। डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज ने कहा कि कंपनी को 4 अप्रैल को हैदराबाद के असिस्टेंट इनकम टैक्स कमिश्नर के ऑफिस से टैक्स नोटिस मिला है।

नोटिस में कंपनी से पूछा गया है कि विलय के दौरान टैक्स से बचने वाली आय का आकलन क्यों न किया जाए। बता दें कि डीआरएचएल के डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज में विलय को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी), हैदराबाद ने 2022 में मंजूरी दी थी। हालांकि, विलय 1 अप्रैल 2019 से प्रभावी हुआ। फाइलिंग के अनुसार, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2,395.81 करोड़ रुपये का डिमांड नोटिस दिया है।

डॉ रेड्डीज ने कहा है कि विलय में सभी कानूनी और टैक्स-संबंधी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। कंपनी ने कहा कि उनका विश्वास है कि विलय में ऐसी कोई भी आय नहीं बचाई गई है, जिस पर टैक्स नहीं दिया गया है। डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज ने कहा कि वह फिलहाल नोटिस को रिव्यू कर रहे हैं और अथॉरिटी को जरूरी जानकारी के साथ जवाब देंगे।