शिमला (हिमाचल प्रदेश)। दवा सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। ये चेतावनी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने दवा उद्योगों को दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे 20 उद्योग हैं जिनकी दवा के सैंपल बार-बार फेल हो रहे हैं। ऐसे उद्योगों की उनके पास सूची पहुंच गई है। अब इन उद्योगों पर कार्रवाई करने का समय आ गया है।
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा है कि ऐसे उद्योगों की हिमाचल में कोई जरूरत नहीं है, जिनकी दवाओं के सैंपल फेल होने से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बनते ही ड्रग विभाग के अधिकारियों को दवाओं की गुणवत्ता पर निगरानी रखने को कहा है।
उन्होंने सभी दवा उद्योगों को निर्देश दिए कि 2 या इससे अधिक सैंपल फेल होने पर कार्रवाई की जाएगी। दवाओं के बार-बार फेल हो रहे सैंपल का उन्होंने कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने ऐसे उद्योगों की सूची मांगी जिनकी दवाओं के सैंपल बार-बार फैल हो रहे हैं। करीब 20 ऐसे उद्योग हैं जिनकी दवाओं के सैंपल बार-बार फेल आए हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले 4 महीनों में करीब 74 दवाओं के सैंपल फेल आए हैं। कुछ वर्षों के आंकड़ों को देखें तो देश में फेल हुए दवाओं के कुल सैंपल में हिमाचल में बनी दवाओं के सैंपलों की संख्या करीब 40 फीसदी है। बता दें कि देश में कुल दवाओं के उत्पादन का 40 फीसदी हिमाचल में होता है।