अलीगढ़ (उप्र)। दवा कंपनियों ने राज्य लैब की रिपोर्ट पर ऐतराज जताया है। इन कंपनियों ने औषधि प्रशासन विभाग द्वारा दो दवा सैंपलों की राज्य में करवाई जांच व उसे अधोमानक मानने पर ऐतराज जताया है। इस पर कोर्ट ने इन दोनों फर्मों की आपत्ति स्वीकारते हुए दोनों सैंपल की केंद्रीय प्रयोगशाला कोलकाता से जांच कराने की अनुमति दे दी है।
यह है मामला
ड्रग इंस्पेक्टर दीपक कुमार लोधी ने अपनी टीम के साथ पिछले साल जवां सिकंदरपुर के अग्रवाल मेडिकल स्टोर पर जांच की। यहां मोजोसेलिक चोट पर लगने वाले पेस्ट के सैंपल लिए। वहीं, भिलेट रामनगर तेहरा मोड़ के जेएस मेडिकल स्टोर से बेस्टी डीपीसी नामक कफ सीरप के सैंपल भी लिए। इनकी जांच राज्य प्रयोगशाला में कराई गई और ये दोनों सैंपल अधोमानक पाए गए।
इसी आधार पर इन दोनों की निर्माता कंपनियों के खिलाफ अदालत में केस दर्ज करवाया गया।
इस मामले में दोनों निर्माता कंपनियों ने अधोमानक रिपोर्ट को ऐतराज जताया है। साफ कहा है कि उन्हें राज्य प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट पर ऐतराज है। इस पर उन्होंने केंद्रीय प्रयोगशाला कोलकाता से जांच कराने का अनुरोध किया। अदालत ने दोनों का यह अनुरोध स्वीकारते हुए सैंपल की जांच कोलकाता की प्रयोगशाला से कराने की अनुमति दे दी है।
इसमें डीआई को सैंपल फर्म को देने व फर्म द्वारा अपने खर्चे पर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। डीआई दीपक लोधी ने कहा कि यह पहला मामला है, जब किसी फर्म ने दवा की जांच रिपोर्ट पर ऐतराज जताया है। केंद्रीय लैब से जांच रिपोर्अ आने के बाद अग्रिम कार्रवई अमल में लाई जाएगी।