कन्नौज (उप्र)। सूजन और एलर्जी समेत कई दवाओं के सैंपल फेल मिलने पर इनकी बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है। इन दवाओं में सूजन और एलर्जी की दवा बेटकेम 0.5 एमजी, आंखों से पानी आने और राइनाइटिस की दवा एलसीकेम-5 और एसिडिटी व पेट की बीमारियों के कैप्सूल रैबीफोर्ड-डीएसआर शामिल हैं।
निदेशालय ने सैंपल फेल वाली दवाइयों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। अब निर्माता कंपनियों और स्टाकिस्टों पर एफआईआर कराने की तैयारी की जा रही है। इन दवाइयों के सैंपल कन्नौज के करीब 25 मेडिकल स्टोरों से लिए गए और जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजे गए थे। ये तीनों दवाइयां हरिद्वार, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में बनाई जा रहीं हैं।
औषधि निरीक्षक डॉ. परमेश द्विवेदी ने बताया कि पिछले दो माह में जिले में करीब 35 मेडिकल स्टोरों, डिस्पेंसरी व अन्य दवा की दुकानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान करीब आठ प्रकार की दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजे गए थे। इनमें बेटमेट, एलसीकेम-5 व रैबीफोर्ड-डीएसआर के नमूने जांच में फेल मिले हैं।
दवा कंपनियों पर होगी एफआईआर
निदेशालय ने इन तीनों दवाइयों को पूरे देश में बिक्री के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। बताया गया कि बेटमेट-0.5 एमजी की निर्माता कंपनी मैस्कन लाइफ साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड हरिद्वार, एलसीकेम-5 टैबलेट की टाइटेंस फार्मा ऊना हिमाचल प्रदेश तथा रैबीफोर्ड-डीएसआर कैप्सूल की सुपर क्योर बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा के खिलाफ कन्नौज सेशन कोर्ट में केस दर्ज करवाया जाएगा।