लंदन। मलेरिया की दवा टैफेनोक्वीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)ने अनुमति दे दी है। यह घोषणा जीएसके पीएलसी (एलएसई/एनवाईएसई: जीएसके) और मेडिसिन्स फॉर मलेरिया वेंचर (एमएमवी) ने की। बताया कि डब्ल्यूएचओ ने प्लास्मोडियम विवैक्स (पी) की पुनरावृत्ति की रोकथाम के लिए पहली एकल-खुराक दवा टैफेनोक्वीन इजाजत दे दी है।
क्लोरोक्वीन के साथ सह-प्रशासित टैफेनोक्वीन को अब दक्षिण अमेरिका में मलेरिया के लिए डब्ल्यूएचओ के अद्यतन दिशानिर्देशों में भी शामिल किया गया है। यह पहली बार है कि डब्ल्यूएचओ द्वारा दवा की सिफारिश की गई है। यह पी. विवैक्स मलेरिया के इलाज में एक महत्वपूर्ण कदम है। डब्ल्यूएचओ की पूर्व योग्यता और अद्यतन दिशानिर्देशों में 2 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्क और बच्चे दोनों शामिल हैं। एक एकल खुराक वाली दवा देखभाल के मानक के मौजूदा लंबे, एक-दो सप्ताह के पालन के साथ चुनौतियों पर काबू पाने का अवसर देती है।
गौरतलब है कि पी. विवैक्स उप-सहारा अफ्रीका के बाहर कई देशों में प्रमुख मलेरिया परजीवी है। इसमें पांच साल से कम उम्र के बच्चे और प्रवासी आबादी विशेष जोखिम में हैं। पी. विवैक्स परजीवी के जटिल जीवनचक्र में एक रक्त चरण और एक अज्ञात सुप्त यकृत चरण शामिल होता है, जो पुन: सक्रिय हो सकता है। इससे इस परजीवी वाले मच्छर के एक संक्रामक काटने के बाद मलेरिया के बार-बार होने वाले एपिसोड हो सकते हैं। जीएसके के मुख्य वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारी थॉमस ब्रेउर ने कहा कि मलेरिया के लिए टैफेनोक्वीन को शामिल करना महत्वपूर्ण कदम है।