लखनऊ। हड्डियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने वाली दवा की खोज हुई है। यह दवा हड्डियों को बचाने के साथ ही उन्हें मजबूत भी करेगी। इस दवा की खोज केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) ने की है। दवा की तकनीक गुजरात की एक हर्बल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को सौंपी गई है। यह दवा जल्द ही बाजार में आ जाएगी। हालांकि, अभी इस दवा के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। सीडीआरआई के मुख्य वैज्ञानिक नैवैद्य चट्टोपाध्याय के अनुसार यह दवा पूरे देश में मिलने वाले एक मौसमी पत्ते से बनी है।
यह पौधा मई महीने से अक्टूबर के दौरान उगता है। परीक्षण के दौरान इस पौधे में हड्डियों के लिए उपयोगी चार कम्पाउंड मिले थे। इनमें से एक कम्पाउंड हड्डियों के लिए काफी उपयोगी पाया गया। यह कम्पाउंड हड्डियों में पाए जाने वाले आस्टियो ब्लास्ट को मजबूत बनाता है। फिलहाल इस दवा को बाजार में आने में लगभग डेढ़-दो साल का समय लगेगा। बाजार में आने के बाद यह दवा बुजुर्गों के लिए काफी मददगार साबित होगी। बढ़ती उम्र में हड्डियों से जुड़ी बीमारी का सबसे अधिक सामना बुजुर्गों को ही करना पड़ता है। सीडीआरआई इस दवा का जानवरों पर परीक्षण कर चुकी है जो सफल रहा है। बाजार में लाने से पहले इस दवा का मनुष्यों पर भी परीक्षण किया जाएगा।