नई दिल्ली। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अब ब्लड ग्रुच मैच करना जरूरी नहीं रहेगा। ब्लड ग्रुच मैच हुए बिना भी अब मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट आसानी से किया जा सकेगा। यह करिश्मा राजधानी दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कर दिखाया है। यहां के डॉक्टरों ने एक मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट किया है जिसका डोनर से ब्लड ग्रुप मैच नहीं हो रहा था।
बता दें कि किसी भी ऑर्गन का ट्रांसप्लांट करने के लिए मरीज और डोनर का ब्लड ग्रुप मैच होना चाहिए। सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बिना ब्लड ग्रुप मैच वाला किडनी ट्रांसप्लांट किया है और इसमें सफलता भी पाई है। ऐसा पहली बार हो पाया है। इस तरह के ट्रांसप्लांट को एबीओ ट्रांसप्लांट कहा जाता है।
टीम में ये डॉक्टर रहे शामिल
प्रत्यारोपण करने वाली डॉक्टरों की टीम में डॉ. हिमाशु वर्मा (प्रोफेसर और प्रमुख) नेफ्रोलॉजी विभाग, डॉ. पवन वासुदेवा और डॉ. राजेश कुमार शामिल रहे। डॉक्टरों के मुताबिक, यह ट्रांसप्लांट उनके लिए चुनौती भरा था। दरअसल, मरीज के शरीर में पहले से ही एंटीबॉडीज थीं जो पत्नी की किडनी को अस्वीकार कर सकती थीं और ट्रांसप्लांट विफल हो सकता था, लेकिन डॉक्टरों ने इसको सफल कर दिखाया है।
डिसेन्सिस्टाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई गई
डाक्टरों ने मरीज के एंटीबॉडी के उच्च स्तर को कम करने के लिए डिसेन्सिस्टाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई। डॉ. हिमांशु वर्मा ने बताया कि सफदरजंग हॉस्पिटल में एबीओ किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा फ्री में मिलेगी। जो मरीज ब्लड ग्रुप मैच न हो पाने के कारण किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करा पाते थे, अब उनको फायदा होगा।
सफदरजंग में मुफ्त होगा एबीओ ट्रांसप्लांट
प्राइवेट हॉस्पिटल में एबीओ ट्रांसप्लांट का 15 लाख रुपए तक खर्च आता है, लेकिन सफदरजंग में यह मुफ्त होगा। उन्होंने बताया कि सफदरजंग किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले मरीजों को फ्री दवाएं देने वाला एकमात्र अस्पताल है। अब मरीज को यहां किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ब्लड ग्रुप मैच वाले व्यक्ति पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।