बुलंदशहर। कोरोना की तीसरी लहर से लखते-जिगर को खतरा बताया जा रहा है। इसके देखते हुए बच्चों के लिए चार कोविड अस्पताल तैयार कर लिए गए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि शासन ने भी बच्चों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए दवाओं की खेप बुलंदशहर भेज दी है। शासन ने बच्चों के लिए सूबे के सभी जिलों में दवा की किट भेजना शुरू कर दिया है।
बुधवार दोपहर जिला अस्पताल में दवा की खेप पहुंच गई है। इसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले बच्चों की दवा है। एक जुलाई से डोर-टू-डोर अभियान चला कर बच्चों को दवा किट बांटी जाएगी। सीएमओ- डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि बच्चों के लिए बांटने को दवाओं की खेप बुधवार को मिल गई है। आशा आंगनवाड़ी द्वारा डोर टू डोर अभियान के साथ बच्चों को किट बांटी जाएंगी। दवाओं के लिए चार वर्गों में (0-1 वर्ष, 1-5 वर्ष, 5-12 वर्ष, 12-18 वर्ष) बांटकर किट तैयार की जा रही हैं।
शून्य से एक साल तक के बच्चों के लिए पैरासिटामोल ड्राप, मल्टीविटामिन ड्राप और ओआरएस का पैकेट, एक से पांच वर्ष तक के बच्चों की किट में पैरासिटामोल सिरप, मल्टीविटामिन सिरप और ओआरएस का पैकेट रहेगा। पांच से 12 साल के बच्चों के लिए पैरासिटामोल, मल्टीविटामिन टेबलेट ओआरएस पैकेट के साथ आइवरमेक्टिन (छह एमजी) भी दी जाएगी। डाक्टरों के अनुसार इसे तीन दिन तक लेना होगा। एक जुलाई से निगरानी समितियों के जरिए किट बच्चों को बटवाई जाएंगी।
बच्चों के लिए तैयार की जा रही किट को संचारी रोग को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। यह अभियान कोरोना के साथ बारिश के बाद होने वाले संचारी रोगों की रोकथाम में भी मदद करेगा। मानसून के सीजन में होने वाली दूसरी बीमारियों से भी यह किट बचाएगी। बच्चों के लिए एक जुलाई से डोर टू डोर अभियान चलाया जाएगा। अभियान में आशा आंगनवाड़ी और एएनएम बच्चों को चिन्हित करेंगी। जिसके बाद कोविड-19 के लक्षणों वाले बच्चों को किट वितरित की जाएंगी।