भारत में कोरोना के मामले अभी सीधे समुदाय के लोगों के बीच नहीं पहुंचे हैं। ’जितने भी मामले सामने आए हैं वे या तो विदेश से आने वाले लोगों के हैं या फिर संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों के हैं। ’दुनिया के मुकाबले भारत में कोरोना पीड़ितों में बुजुर्गों की संख्या कम है।

’एम्स से मुफ्त फ्लू टीका लगवाएं ’इससे कोरोना से बचाव तो नहीं होता लेकिन फ्लू से बचाव होगा ’कोरोना व फ्लू के लक्षण खांसी, जुकाम, बुखार आदि एक जैसे हैं।अस्थमा में यह ध्यान रखें. ’गर्म भाप जरूर लें ’नेबुलाइजर का प्रयोग कर सकते हैं ’दही और संतरा, मौसमी जैसे विटामिन सी युक्त आहार लें ’खाने में हरी सब्जियों का तरजीह दें। दिल के रोगी हैं तो. ’ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए नमक का सेवन कम करें ’वजन को नियंत्रित ऱखें और मोटापा न बढ़ने दें ’तनाव कम करने के लिए योग करें। कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले बुजुर्गों में सामने आए हैं। ऐसे में उनमें काफी घबराहट का आलम है। एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। बुजुर्गों से जुड़ी बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर विजय गुर्जर ने बताया कि 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों को क्या सतर्कता बरतने की जरूरत है-

कोरोना से घबराएं नहीं। इसमें मौत का खतरा 3% के करीब है। बुजुर्गों में हालांकि यह ज्यादा है। थोड़ी सतर्कता बरतेंगे तो कोरोना से पीड़ित होने की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी। – डॉक्टर विजय गुर्जर, असिस्टेंट प्रोफेसर, एम्स