अम्बाला । पानीपत की ड्रग कंट्रोल ऑफिसर रह चुकी रितु महला को जांच के बाद निर्दोष पाया गया है। लिहाजा उन्हें बहाल कर कुरुक्षेत्र-यमुनानगर का चार्ज दे दिया गया है। गौरतलब है कि पानीपत में नकली दवा मिलने की शिकायत पर एक केमिस्ट शॉप पर निरीक्षण के दौरान स्थानीय कुछ दवा विक्रेताओं के विरोध उठाने से मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया था। इसके चलते करीब दो सौ शपथ पत्र राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को दिए गए थे, जिनमें ड्रग कंट्रोल ऑफिसर रितु महला के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मामले की जांच के आदेश देते हुए डीसीओ रितु को निलंबित कर दिया था। जांच के दौरान पाया गया कि बड़ी संख्या में शपथ पत्र देने वालों को खुद ही नहीं पता था कि उन्होंने डीसीओ रितु के विरुद्ध शपथ पत्र दिए हैं। लिहाजा जांच में रितु को दोषी ना पाते हुए उन्हें बहाल कर दिया। अब वे कुरुक्षेत्र-यमुनानगर का संयुक्त रूप से भार संभालेंगी। ऐसे में जहां रितु बेदाग साबित हुई हैं, वहीं सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य मंत्री को झूठे शपथ पत्र सौंपने वालों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।