पानीपत : पुलिस नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह की जड़ें खोदने में जुटी हैं। एक सप्ताह में सरगना सहित चार गिरोह के नौ आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आरोपितों से 36 नकली इंजेक्शन बरामद किए जा चुके हैं। इस कड़ी में सेक्टर 13-17 के बीकॉम पास गौरव जैन नाम में भी जुड़ गया है।

गौरव जैन एक झोलाछाप डाक्टर से नकली इंजेक्शन खरीद कर लाया था और सोमवार शाम को सेक्टर 13-17 के मोड़ पर इंजेक्शन बेचने के लिए खड़ा था। तभी क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-थ्री) पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चार नकली इंजेक्शन बरामद किए। उसने एक इंजेक्शन 30 हजार रुपये में बेचना था। ड्रग कंट्रोल ऑफिसर विजय राजे की शिकायत पर आरोपित गौरव के खिलाफ ड्रग व कास्मेटिक एक्ट व आइपीएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सीआइए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया कि आरोपित गौरव जैन को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। उससे पूछा जाएगा कि वह पहले कितने इंजेक्शन बेच चुका है। इंजेक्शन बेचने वाली आरोपित डाक्टर की गिरफ्तारी के बाद पता चलेगा कि डाक्टर कितने लोगों को नकली इंजेक्शन बेच चुका है। कितने लोग इस गिरोह में शामिल हैं। सरगना प्रदीप उगलेगा कई राज

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का सबसे बड़ा सप्लायर हैदराबादी अस्पताल के मेडिकल स्टोर संचालक सेक्टर 13-17 निवासी प्रदीप है। वह 650 इंजेक्शन बेच चुका है। चार दिन की रिमांड के दौरान सीआइए-वन प्रदीप से फरार उत्तराखंड के उस व्यक्ति की ठिकाने पूछ रही है जिससे वह इंजेक्शन खरीद कर लाया था। इस मामले में और भी कई रसूखदार लोग लपेटे में आएंगे। इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी

नकली इंजेक्शन बेचने के मामले में सेक्टर 13-17 निवासी प्रदीप, उसका भांजा गुरुनानकपुरा का सुमित, कलंदर चौक का केशव, ताजपुर का सुनील, मेडिकल स्टोर संचालक माडल टाउन का मनोज, लाल पैथ लैब का एरिया मैनेजर इमरान, शिवनगर का हिमांशु और उसका जीजा सेक्टर 13-17 का आशीष गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस गौरव से प्रदीप का कनेक्शन भी पूछ रही है

रिमांड के दौरान पुलिस गौरव से पूछेगी कि उसका प्रदीप के साथ तो कनेक्शन नहीं है। क्योंकि दोनों ही आरोपित सेक्टर 13-17 में रहते हैं। इसी सेक्टर का आशीष भी है जो कि प्रदीप से इंजेक्शन खरीदकर लाया था। सेक्टर 13-17 के कई और युवक पुलिस के निशाने पर हैं।