दुर्ग। प्रतिबंधित नशीली दवा की बिक्री करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कोतवाली पुलिस एवं एसीसीयु की टीम ने तीनों आरोपियों को जबलपुर (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर न्यायालय में पेश किया है। आरोपियों के पास से 3,86,050 रुपए की नशीली दवाइयां, मोबाइल, लैपटॉप व अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं।

यह है मामला

पुलिस ने नशीली दवाई बिक्री करने वालों के खिलाफ अभियान के तहत 23 मार्च को जीवन रेखा परिसर दुर्ग में प्रतिबंधित नशीली दवाई अल्प्राजोलम बेचने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। तीनों आरोपियों के नाम गोवर्धन प्रसाद बंछोर निवासी रिसाली, अनीश उर्फ़ सोनी राजपूत निवासी शंकर नगर दुर्ग तथा रुस्तम नेताम निवासी बघेरा बताए गए।

पूछताछ में पता चला कि ये आरोपी अवैध रूप से जबलपुर से नशीली दवाई को अनिल माधवानी निवासी रायपुर के द्वारा जबलपुर के राजकुमार गंगवानी के माध्यम से आर्डर करके मंगवाते थे। पुलिस ने अनिल माधवानी को गिरफ्तार कर पूछताछ की। आरोपी ने स्वीकार किया कि राजकुमार गंगवानी निवासी जबलपुर के माध्यम से वह दवाइयों को मंगवाता था।

इस पर पुलिस के आला अधिकारियों ने कोतवाली के उप निरीक्षक नवीन राजपूत के नेतृत्व में टीम भेजकर राजकुमार गंगवानी को दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह जबलपुर द्वारिका नगर क्षेत्र के राधे स्वामी मेडिकल फर्म से दवाई को लाकर अवैध रूप से बेचता है।

राजकुमार गंगवानी के द्वारा नशीली दवाई सप्लाई करने वाले व्यक्ति लखन ओचानी के फर्म में सर्च करने पर पुलिस को प्रतिबंधित नशीली दवाइयां अल्फ़ाजोलम, स्पास्मो मिली। आरोपी ने बताया कि वह प्रतिबंधित नशीली दवाइयां अपने साथी राजेश सोनी के पास स्टॉक में रख देता है।

3,86,050 रुपए कीमत की नशीली दवा जब्त

जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम ने राजेश सोनी के घर पर छापामारी कर नशीली दवाइयां अल्फ़ाजोलम, स्पास्मो व इंजेक्शन जब्त की। पुलिस ने आरोपी लखन ओचानी , राजेश सोनी और राजकुमार गंगवानी सभी निवासी जबलपुर के कब्जे से अल्फा जोलम टैबलेट 1,39,800 नग, ट्रामाडोल टेबलेट 8,520 नग एवं यूफेनारफीनक इंजेक्शन 1450 नग बरामद किए। इनकी कीमत 3,86,050 रुपए बताई गई है।