Doctors Strike: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में डॉक्टरों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए हड़ताल (Doctors Strike) शुरु कर दी है। आज पूरे मध्यप्रदेश में सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक स्वास्थ्य कर्मी अपने काम बंद रखेंगे। इसके बाद भी यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वो 3 मई को अनिश्चित हड़ताल पर जायेंगे। डिवीजनल कमिश्नर माल सिंह ने जीएमसी में बैठक ली। इसके बाद शहर के तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के डीन को पत्र लिखे गए हैं।

सरकारी अस्पतालों में हड़ताल को देखते हुए प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को शिफ्ट (Doctors Strike) 

हड़ताल को देखते हुए भुवनेश्वर के तीन प्राइवेट मेडिकल के डीन को पत्र भेजे गए हैं।  यदि हड़ताल हुई और गंभीर मरीजों को इलाज के लिए आपके यहां शिफ्ट करना पड़ा तो क्या व्यवस्था है, ऐसा पहली बार है जब सरकारी अस्पतालों में हड़ताल की आशंका को देखते हुए निजी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों की शिफ्टिंग की तैयारी हो रही है। वही हड़ताल पर जाने की पूरी तैयारी कर चुके शासकीय चिकित्सक महासंघ का कहना है कि 3200 संविदा चिकित्सकों के साथ ही आईएमए, यूडीएफ के साथ ही प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन ने भी हमें समर्थन दिया है। आंदोलन की शुरुआत में सोमवार को प्रदेश में सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अस्पताल, जिला अस्पताल समेत सीएचसी और पीएचसी के साथ ही सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में डॉक्टरों ने काली पट्‌टी बांधी।

हड़ताल कर रहे डॉक्टरों की मांगे 

मध्य प्रदेश के सभी सरकारी डॉक्टरों सभी संवर्गों के लिए DACP योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 17 फरवरी 2023 को अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ, मध्यप्रदेश शासन की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। जो उच्च अधिकारियों द्वारा समिति के सर्वसम्मति उपरांत प्रस्तुत प्रतिवेदन के निर्णय को परिवर्तित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सक महासंघ के 10,000 चिकित्सक साथी प्रतिवेदन के निर्णय को परिवर्तित किए जाने के प्रयास से आक्रोशित हैं। उस निर्णय को लागू न करके समस्त 10,000 शासकीय चिकित्सकों के साथ वादाखिलाफी की जा रही है। ऐसे में प्रदेश के सभी 10 हजार चिकित्सक मजबूरन तीन मई से अनिश्चितकालीन चिकित्सकीय कार्य बंद करने जा रहे हैं।

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