गोपालगंज। गोपालगंज जिले को दो नए मॉडल हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। इन दोनों अस्पतालों का निर्माण नए साल में होगा। दरअसल, आने वाले साल में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार ने पहल की है। इसके तहत जिले के सात अस्पतालों की दशा में सुधार से किया जाएगा। यह कार्य स्वास्थ्य विभाग के अभियान मिशन कायाकल्प के तहत किया जाएगा।

इन अस्पतालों का होगा सुधार

जिन अस्पतालों का कायाकल्प होगा, उनमें सदर अस्पताल और हथुआ स्थित अनुमंडलीय अस्पताल के अलावा, प्रखंडस्तरीय पांच अस्पताल भी शामिल हैं। वहीं, सदर अस्पताल में 33.50 करोड़ की लागत से मॉडल अस्पताल और चनावे में 500 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। सिधवलिया के झझवां में ट्रामा सेंटर भी खोला जाएगा।
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने के लिए कायाकल्प अवॉर्ड योजना शुरू की है। इसके तहत जिले के सात स्वास्थ्य संस्थानों का चुनाव किया गया है।

व्यवस्था भी सुधारी जाएगी

सदर अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल हथुआ के अलावा रेफरल अस्पताल भोरे, कटेया, फुलवरिया व बैकुंठपुर स्थित अस्पतालों की व्यवस्था भी सुधारी जाएगी। इसके लिए इनके मूल्यांकन का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इससे यहां की व्यवस्था दुरुस्त होगी। इसके तहत सभी सात अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं, सफाई आदि की व्यवस्था को सुधारा जाएगा। वहीं, अस्पताल की स्वच्छता, अस्पताल से निकलने वाले कचरे का सही इंतजाम, अस्पताल के फूलों की क्यारी की स्थित व बिजली की व्यवस्था को भी बेहतर बनाया जाएगा।

मॉडल अस्पताल में होंगे 100 बेड

सदर अस्पताल, गोपालगंज में 33 करोड़ 50 लाख 83 हजार रुपये की लागत से मॉडल अस्पताल, गोपालगंज खोला जाएगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। माडल अस्पताल बनाने का जिम्मा रामा एंड सन्स प्रा. लि., पटना को मिला है।

दो साल का समय लगेगा

बताया गया है कि मॉडल अस्पताल दो साल में बनकर तैयार होगा। इसमें 100 बेड की सुविधा होगी। वहीं, 10 आइसीयू के बेड, आपरेशन थियेटर, औषधालय, ओपीडी, ब्लड बैंक आदि होंगे। 1926 वर्ग मीटर में मॉडल अस्पताल का निर्माण होगा। स्वास्थ्य विभाग ने नए साल में ग्रामीण अस्पतालों की दशा को सुधारने की पहल की है। इसके तहत इन अस्पतालों की नियमित तौर पर जांच की जाएगी। इस जांच के दौरान ड्यूटी में तैनात किए गए चिकित्सक और कर्मी के अस्पताल में नहीं मिलने की स्थिति में तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

23 स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ेगी बिस्तरों की संख्या

सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद के अनुसार सदर अस्पताल व अनुमंडलीय अस्पताल सहित जिले के सात सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार किया जा रहा है। मॉडल अस्पताल में सौ-सौ बेड की व्यवस्था होगी। जल्द ही लोगों को अस्पतालों में नई सुविधा का लाभ मिलने लगेगी। नए साल में जिले के 23 अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों को तीस बेड का अस्पताल बनाने की योजना है। इस दिशा में चार अस्पतालों में कार्य भी शुरू कर दिया गया है।