युवा अपने आपको कूल और स्टाइलिश दिखाने के लिए कई तरह के प्रयोग करने से हिचकिचाते नहीं हैं। लेकिन वे फैशन के चक्कर में ऐसी चीजें करने लगते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए जरा भी अच्छी नहीं है। अगर इन चार बातों को अपनी जिंदगी में शामिल न किया जाए तो लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं।

सिक्स पैक एब्स को लेकर दीवानगी
इन दिनों युवा अक्सर जिम जाते नजर आते हैं। लेकिन वहां कई युवाओं का उद्देश्य स्वस्थ रहने के लिए जाना नहीं, बल्कि फिटनेस के नाम पर अच्छा दिखने के लिए है। सिक्स पैक एब्स पाने के लिए 10 प्रतिशत से कम बॉडी फैट की आवश्यकता होती है। हालांकि, स्वस्थ शरीर के लिए डॉक्टर बॉडी फैट को पुरुषों के लिए 10-15 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 16-20  प्रतिशत से कम नहीं होने की सलाह देते हैं। शरीर में कम फैट का स्तर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि हार्मोनल असंतुलन, कमजोर इम्यून सिस्टम, मूत्राशय पर नियंत्रण कम होना, जोड़ों और अंगों के आस-पास अपर्याप्त कुशनिंग, जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।

साइज जीरो
साइज जीरो पाने के लिए डाइट प्लान बहुत ही कठोर है। फिल्म की जरूरत के हिसाब से कुछ एक्ट्रेसेस और मॉडल्स इसे अपनाती हैं, लेकिन लड़कियां इससे इम्प्रेस हो जाती हैं और वह भी इसे पाने की जिद पकड़ बैठती है। फैट की उस मात्रा को खत्म करने के लिए कसरत और सही आहार विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है जो आपको सही समय पर सही भोजन खाने के लिए मार्गदर्शन कर सके, ताकि शरीर को काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल सके। लेकिन ज्यादातर लड़कियां अपनी व्यस्त दिनचर्या के कारण उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए खाना बंद करना पसंद करती हैं। यह स्वास्थ्य के लिए जरा भी ठीक नहीं है। इससे जुड़े स्वास्थ्य संबंधित जोखिमों में कुपोषण, ऑस्टियोपोरोसिस और एनोरेक्सिया शामिल हैं।

स्मोकिंग/अल्कोहल
ऐसे कई कारण हैं, जिनसे व्यक्ति धूम्रपान करना या शराब का सेवन करना शुरू कर देता है। यह जिज्ञासा के साथ शुरू हो सकता है और पुरुष इसे तनाव से निपटने का एक तरीका मान सकते हैं। कई युवा तो सिगरेट या शराब को दिखावे के रूप में अपनाते हैं। लेकिन इस शो ऑफ से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है और फेफड़े, गुर्दे, गले, मुंह आदि के कैंसर का जोखिम हो सकता है। त्वचा और बालों को भी नुकसान पहुंचाता है। वहीं ओरल हाइजिन बिलकुल नहीं रहती है जो कई बीमारियों को जन्म देती है। www.myupchar.com से जुड़ी डॉ. अनुशिखा दांडेकर का कहना है कि रिसर्च की मानें तो कम उम्र में धूम्रपान शुरू करने वाले व्यक्ति में इसकी लत लगने का खतरा ज्यादा रहता है।

जरूरत से ज्यादा हेयर स्टाइलिंग
युवा अलग-अलग हेयर कलर और स्टाइल ट्राई करना पसंद करते हैं। बालों को साफ करने और उन्हें चमकाने के लिए बहुत सारे केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह इसके नैचुरल लुक को भी नुकसान पहुंचाते हैं। www.myupchar.com से जुड़ी डॉ. अप्रतिम गोयल का कहना है कि बालों को अधिक नुकसान पहुंचाने वाले उत्पाद न सिर्फ बालों को कमजोर बनाते हैं, बल्कि सिर की त्वचा को भी प्रभावित कर सकते हैं। बालों को मजबूत और स्मूथ बनाने की जरूरत होती है जो केवल अच्छे तेल को लगाने से ही हो सकते हैं। नारियल, तिल, नीम, लैवेंडर, अरंडी, बादाम का तेल बालों को भरपूर पोषण देते हैं। ज्यादा हेयर स्टाइलिंग या तेल न लगाना कई परेशानियां खड़ी करता है। इससे ड्राय स्कैल्प, बालों का गिरना, बालों की गुणवत्ता खत्म होना, रूसी, बालों का पतला होना शामिल हैं।