आगरा। ड्रग विभाग ने शमसाबाद रोड स्थित राजपुर चुंगी पर धाकरे मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर ऑक्सीटोसिन के 78 वॉयल और इंजेक्शन बरामद किए हैं। इनके सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए हैं और संबंधित मेडिकल स्टोर का लाइसेंस कैंसिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जानकारी अनुसार विभाग को सूचना मिली थी कि धाकरे मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन बेचा जा रहा है। इस पर सहायक आयुक्त औषधि ने तीन जिलों के चार ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम बनाई। टीम ने उक्त दवा दुकान पर छापा मारा तो यहां ऑक्सीटोसिन के इंजेक्शन और वॉयल के कार्टन मिले। रेड के समय दुकान पर फार्मासिस्ट नहीं था और मेडिकल स्टोर का संचालक मुरारीलाल भी नहीं मिला। टीम ने जांच करने पर प्रतिबंधित आक्सीटोसिन के 38 वॉयल (100 एमएल) और 40 इंजेक्शन बरामद किए। दोनों के सैंपल लेकर इनको सीज कर दिया है। सहायक आयुक्त औषधि शिवशरण सिंह ने बताया किदवा दुकान का लाइसेंस कैंसिल करने को लिखा गया है। टीम में आगरा के ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश यादव, राजकुमार शर्मा, फिरोजाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार और मथुरा के ड्रग इंस्पेक्टर अनिल आनंद रहे। टीम ने वॉयल के नकली होने की संभावना जताई है। वॉयल पर रैपर नहीं है, जिसके चलते इसको बनाने वाली कंपनी और ब्रांड का नाम पता नहीं चल पा रहा है। वहीं, इंजेक्शन पर अशोका ब्रांड और कंपनी का नाम नीलकमल प्राइवेट लिमिटेड लिखा हुआ है। टीम की पूछताछ में पता चला कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन खरीदने वालों में सबसे ज्यादा पशुपालक और किसान हैं। इस इंजेक्शन का पशुओं से दूध निकालने से पहले लगाया जाता है। सब्जियों के आकार बढ़ाने के लिए किसान भी इनका इस्तेमाल करते हैं।