दरभंगा (बिहार)। निगरानी टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय के औषधि निरीक्षक अवधेश कुमार सिंह और उनके स्टाफ राजेंद्र यादव को 60 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। निरीक्षक ने नगर थाना के मशरफ बाजार स्थित इंदिरा मेमोरियल नर्सिंग होम के मालिक डॉ. राम बाबू खेतान से उनकी दवा दुकान के लाइसेंस को निलंबनमुक्त करने के लिए रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत डॉ. खेतान ने पटना निगरानी में की थी। वहां से जांच के लिए निगरानी के डीएसपी गोपाल पासवान को लगाया गया था। पासवान पिछले सप्ताह होमवर्क करके लौटे थे। टीम ने 9 सदस्यीय टीम के साथ सिविल सर्जन कार्यालय पहुंच कर जाल बिछाया। डॉ. खेतान से 60 हजार रुपए लेते औषधि निरीक्षक को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। उनके साथ एक स्टाफ राजेंद्र यादव को साथ ले गए। उसके पास से भी निगरानी टीम ने 11 हजार रुपए बरामद किए। बताया गया है कि राजेंद्र निरीक्षक का दलाल था और उसके खिलाफ भी शिकायत की गई थी। गौरतलब है कि मशरफ बाजार में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. रामबाबू खेतान का नर्सिंग होम है। वहां इंडोर मरीजों के लिए दवा बेची जाती है। डेढ़ माह पूर्व जांच के नाम पर कुछ कमियां बताते हुए डॉ. खेतान से 5 हजार रुपए महीना और 80 हजार रुपए की मांग की गई। रुपए नहीं देने पर उनकी दवा दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। काफी कहने पर भी अधिकारी नहीं माने तो अंत में डॉ. खेतान ने निगरानी में इसकी शिकायत की। अवधेश कुमार सिंह पहले पटना में क्षेत्रीय औषधि निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे, लेकिन डिमोशन हो जाने के बाद उन्हें दरभंगा में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर भेजा गया था।