नई दिल्ली। लोगों के प्रति संवेदना बनाए रखने और अपनी जिम्मेदारी ठीक तरह से निभाने की अस्पतालों की जिम्मेदारी बनती है। यह बात दिल्ली स्टेट कंज्यूमर कमिशन ने एक मामले में कही। दरअसल, साल 2003 में दिल्ली के ही रहने वाले एक शख्स की मौत अस्पताल की लापरवाही के चलते हो गई थी। कमिशन के आदेश पर अस्पताल की तरफ से मृतक के परिवार को 20 लाख का मुआवजा दिया गया।
कमिशन ने अस्पताल को निर्देश दिया कि मृतक विशाल शर्मा के माता-पिता को 20 लाख का मुआवजा दिया जाए क्योंकि बेटे की मौत के बाद उन्हें मानसिक पीड़ा की स्थिति से गुजरना पड़ा। कमिशन ने कहा कि दिल्ली स्थित शांति मुकुंद अस्पताल पर इस तरह के आदेश से बदलाव जरूर आएगा और वह इंसानों को इंसान की तरह ट्रीट करेंगे।