भोपाल (मप्र)। कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक लाख टेस्ट किट खरीदने का ऑर्डर जारी कर दिया है। इसकी पहली खेप 6 अप्रैल को आएगी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की मदद से पुणे, मुंबई व दिल्ली से टेस्ट किट मंगाई हैं। इस पर 12 करोड़ रुपए खर्च होंगे। लॉकडाउन के दूसरे चरण में तेजी से जांच प्रक्रिया पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने अग्रिम तैयारी की है। अभी प्रदेश में 5 हजार टेस्ट किट मौजूद हैं, जो अगले सप्ताह 20 हजार से ज्यादा हो जाएंगी। इसी के साथ 200 वेंटिलेटर भी लाए जा रहे हैं। 45 वेंटिलेटर की पहली खेप आज या कल मिल जाएगी। चूंकि भोपाल और इंदौर के साथ पुराने मेडिकल कॉलेजों में अभी वेंटिलेटर हैं। लिहाजा नए वेंटिलेटर रतलाम, विदिशा और शहडोल भेजे जाएंगे। कुछ संख्या भोपाल और इंदौर में बढ़ाई जाएगी। एक वेंटीलेटर की कीमत 14 लाख है। इन किट को खासतौर पर सर्वाधिक प्रभावित जिलों में भेजा जाएगा। इसमें इंदौर, भोपाल, उज्जैन, शहडोल, जबलपुर आदि शामिल हैं। छह अप्रैल से हर सप्ताह 20 हजार टेस्ट किट मिलने लगेगीं। सरकार कोशिश कर रही है कि दो लाख टेस्ट किट अगले एक-दो माह में मिल जाएं। शुरुआत एक लाख टेस्ट किट से हो रही है। प्रमुख सचिव संजय शुक्ला का कहना है कि पिछले 20-30 साल में वेंटिलेटर की संख्या मप्र के शासकीय मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में अब दो गुना हो ज्यादा हो जाएगी।