अहमदाबाद। एक तरफ देश भर में कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीनेशन चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसी खबरें आ रही है। जिससे लोग वैक्सीन पर ही सवाल खड़े कर रहे है। बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में डॉक्टर दंपत्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं, इसके बावजूद वे दोनों कोरोना संक्रमित निकले। दोनों को होम क्वारनटीन किया गया है। फिलहाल डॉक्टर दंपत्ति की तबीयत सामान्य बताई जा रही है। वहीं वैक्सीनेशन का भी दोनों में किसी प्रकार का साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है।

बता दें कि गुजरात में इन दिनों कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 810 नए केस गुजरात में पाए गए हैं, जोकि पिछले 40 दिनों में पाए जाने वाले सबसे ज्यादा केस हैं। जबकि वैक्सीन की बात की जाए, तो अब तक गुजरात में 19 लाख 77 हजार 802 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 5 लाख 635 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है।

अहमदाबाद के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के डेंटल कॉलेज में प्रोफेसर डॉ. बेला दवे और उनके पति दिलीप दवे ने फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर के लिए शुरू किए गए वैक्सीनेशन में पहली डोज ली। इसके बाद उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज भी दे दी गई। इसके बाद भी दोनों कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दोनों को ही होम क्वारनटीन किया गया है। हालांकि दोनों की हालत सामान्य बताई गई है, लेकिन वैक्सीनेशन की दूसरी डोज लेने के बाद भी कोरोना की चपेट में आने से कई सवाल उठने लगे हैं।

इस मामले में अहमदाबाद के एक डॉक्टर का कहना है कि वैक्सीन लेने के 10 से 15 दिनों तक उतना ही ध्यान रखना चाहिए, जितना बिना वैक्सीन के रखा जाता है। दो गज दूरी, मास्क के साथ कोविड गाइडलाइन का पालन करना बेहद जरूरी है। बता दें कि ऐसा ही मामला जूनागढ़ और सूरत में भी सामने आया है। वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद मेडिकल स्टूडेंट कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया, जबकि दूसरी डोज उसे सात दिन पहले ही दी गई थी।