चंदौली। नशीली दवा की खरीद और बिक्री लगातार बढ़ती ही जा रही है। नशीली दवा के कारोबारी पूरी तरह से सक्रीय है। तो वहीँ प्रशासन भी इस कारोबार पर रोक लगाने के पूरे प्रयास कर रही है। दरअसल उत्तर प्रदेश के जनपद चंदौली में मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए अलीनगर पुलिस एवं स्वाट टीम द्वारा करोड़ों रुपए की प्रतिबंधित दवा फेंसाड़ील के साथ अंतरप्रांतीय छह तस्करों को गिरफ्तार किया। इन तस्करों द्वारा एक ट्रक, एक पिकअप और एक हुंडई कार में छिपाकर लेे जाई जा रही 349 पेटी प्रतिबंधित दवा बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल लेे जाते समय पुलिस ने चकिया चौराहे बरामद किया। मिली जानकारी के अनुसार इन तस्करों द्वारा पश्चिम बंगाल से जाली नोट भी लाकर यूपी में खपाया जाता है। मामले की वृहद स्तर पर जांच पड़ताल जारी है ताकि तस्करों की संलिप्तता उजागर हो सके। इस नेटवर्क के तार बंगलादेश से जुड़े होने की आशंका है।

जानकारी के मुताबिक बरामद फेंसाडील की कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। मामले के खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज ने बताया कि अलीनगर और स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही में यह बरामदगी हुई है। 349 पेटियों में कुल 349000 शीशी (100 एमएल) की बरामद हुई। जिसकी अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ रुपए है। गिरफ्तार तस्करों में विकास दुबे आजमगढ़, राजन कुमार भारती वाराणसी, नंदू भरद्वाज वाराणसी, रोहित चंदौली, अब्दुल्ला खान हावड़ा – पश्चिम बंगाल एवं संतोष निवासी प्रतापगढ़ शामिल हैं।

सूत्राें ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है। मुखबिर से मिली जानकारी के मुताबिक अलीनगर व स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में प्रतिबंधित दवा की बड़ी खेप के साथ अंतरप्रांतीय तस्करों को चकिया चौराहे से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार तस्करों द्वारा ट्रक में 150 पेटी, कार में 24 पेटी एवं पिकअप में 175 पेटियां प्रतिबंधित दवा की खेप छुपाकर बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल लेे जाई जा रही थी।