fake cancer drug: लोनी के ट्रोनिका सिटी में नवंबर महीने में पकड़ी गई कैंसर की दवाएं अब जांच (fake cancer drug) में नकली पायी गई है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद औषधि विभाग ने संबंधित लोगों के खिलाफ वाद दायर करने की तैयारी शुरू कर दी है। जो दवाएं जांच में नकली पायी गई हैं उनमें से तीन दवाओं का उत्पादन बंग्लादेश और एक दवा का उत्पादन कोलंबो में हुआ है ऐसा दर्शाया गया था।
पिछले साल हुई थी छापेमारी (fake cancer drug)
पिछले साल नवंबर महीने में लोनी के ट्रोनिका सिटी में दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने नकली दवाओं की फैक्ट्री पर छापा मारा था। छापेमारी करते हुए पुलिस ने आठ करोड़ रुपए की दवाएं बरामद की थी। इस मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी। गाजियाबाद और नोएडा ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने 14 दवाइयों के नमूने जांच के लिए भेजे थे। इन दवाओं की जांच लखनऊ लैब में हुई थी जिनमें चार दवाईयां नकली पायी गई।
इब्रूटीनिब कैपस्यूल बांग्लादेश और इब्रूटीनिब कैपस्यूल कोलंबो नकली
दो दवाइयां इब्रूटीनिब कैपस्यूल बांग्लादेश और इब्रूटीनिब कैपस्यूल कोलंबो नकली पाई गई है। बांग्लादेश की फर्म एवरेस्ट फार्मास्यूटिकल्स के नाम से बनाई जा रही कैप्सूल लेवेनटीलिब (लेनवैनिक्स-4) और बांग्लादेश के बीकॉन फार्मास्यूटिकल्स के नाम से बनाई जा रही दवाई लेवेनटीलिब (लेनवैनिक्स-10) कैप्सूल में दवाइयों की मात्रा कम (सब-स्टैंडर्ड) मिली है। इस मामले में औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने कहा कि नकली दवाओं की फैक्टरी से बरामद 14 दवाओं के नमूने जांच के लिए लखनऊ लैब में भेजे गए थे, वहां पर जांच के लिए उपकरण नहीं थे। इस कारण से जांच प्रभावित हो रही थी। इसके बाद नमूनों की जांच कराने के लिए देहरादून की लैब से संपर्क कर दवाओं की जांच के लिए जरूरी उपकरण लेकर लखनऊ लैब में पहुंचाए गए, इसके बाद दवाओं की जांच हुई। दो दवाएं पूरी तरह से नकली पाई गई और दो दवाएं सब स्टैंडर्ड मिलीं।
ड्रग रेगुलेटर की जांच में 5 प्रतिशत दवाएं घटिया
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32 दवाओं के भेजे गए नमूने
आशुतोष मिश्रा ने बताया कि औषिधि विभाग की ओर से डेढ़ महीने में 32 दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। जिनमें से चार दवाईंयों की रिपोर्ट मंगलवार को सामने आयी है। जिन दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं उनमें कफ सिरप भी शामिल है।