नई दिल्ली। माइग्रेन के लिए नई दवा बाजार में आई है। इस दवा को 80 देशों में मंजूरी मिल चुकी है। दावा किया जा रहा है कि रिमेजीपेंट नाम की यह दवा फायदा पहुंचाएगी।
माइग्रेन की बीमारी आजकल आम हो गई है। उम्र कोई भी हो, ये रोग ज्यादातर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। माइग्रेन के कारण सिर में तेज दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द बर्दाश्त से बाहर हो जाता है। ऐसे में रोगी कोई भी दर्द की दवा लेने को मजबूर हो जाता है।
नई दवा होगी कारगर
बता दें कि रिमेजीपेंट नाम की इस दवा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंजूरी मिल चुकी है। करीब 80 देशों में इस दवा को मंजूरी मिल चुकी है। इन देशों में इस नई दवा का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया गया है कि ये दवा सीजीआरपी नामक केमिकल के असर को रोकती है। इसी रसायन के कारण माइग्रेन के मरीजों को तेज दर्द होता है। खास बात ये ही कि यह दवा शरीर में आसानी से घुल जाती है और दर्द बढऩे से रोक देती है।
अभी तक साइड इफेक्ट्स नहीं मिले
रिमेजीपेंट दवा के अभी तक कोई खास साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आए हैं। इस मेडिसिन से अब तक कई लोगों को फायदा हुआ है। यह भी जरूरी नहीं कि ये दवा हर किसी को फायदा ही पहुंचाए। हालांकि, रिमेजीपेंट मेडिसिन पर अभी और भी रिसर्च किए जा रहे हैं।
माइग्रेन के ये हैं लक्षण
माइग्रेन की बीमारी की पहचान कई लक्षणों से हो जाती है। इनमें प्रमुख रूप से सिर में तेज दर्द, गले में दर्द, उल्टी होना या जी मिचलाना, चक्कर आना , नेजल कंजेशन , मोशनल चेंजेज, भूख की कमी, त्वचा में पीलापन आना , अचानक पसीना आना शामिल है।
इस बीमारी में राहत के लिए मरीज को अंधेरे कमरे में आराम करना या हल्की नींद लेना जरूरी है। वहीं, माथे पर ठंडा कपड़ा या आइस पैक रखने से फायदा मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार माइग्रेन के कारण उल्टी आने पर काफी मात्रा में पानी पीना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं बनती है।