पानीपत (हरियाणा)। अवैध रूप से संचालित दो अस्पतालों का भंडाफोड़ हुआ है। सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग ने जाटल रोड स्थित देव ईएच क्लीनिक व आठ मरला कालोनी स्थित एसके क्लीनिक पर रेड की। ये अस्पताल पिछले कई महीनों से चल रहे थे। दोनों अस्पतालों से फर्जी डॉक्टरों और स्टाफ को पकड़ा गया है। दोनों अस्पतालों में कई मरीज भी मिले, जिनका इलाज चल रहा था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन मरीजों को निगरानी में ले लिया है। मौके से बड़ी मात्रा में दवाइयां और अन्य चिकित्सा उपकरण भी बरामद किए हैं। वहीं, बिल्डिंग में मेडिकल इंस्टीट्यूट भी चल रहा था और यहां मोटी फीस लेकर एडमिशन दिया जाता था।
सीएम फ्लाइंग के अधिकारियों ने बताया कि देव ईएच क्लीनिक के बाहर एक बोर्ड लगा हुआ है। इस पर लिखा है कि हमारे यहां बच्चों और बड़ों की हर प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है। वहीं, दूसरे अस्पताल आठ मरला स्थित एसके क्लीनिक के बाहर लगे बोर्ड पर अस्पताल से एसोसिएट डॉक्टरों के नाम भी लिखे हैं। देव अस्पताल पर लगे बोर्ड पर रोहतक पीजीआई के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. अरूण महला का भी नाम लिखा हुआ है।

दावा किया गया है कि डॉ. महला नवजात शिशुओं के स्पेशलिस्ट हैं और अस्पताल में इलाज भी करते हैं। इनके अलावा चार और अन्य स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पैनल को अस्पताल से जुड़े होने का दावा किया गया है। इधर, जांच में दोनों अस्पतालों में कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिला।
डीएसपी सीएम फ्लाइंग सुशील कुमार ने बताया है कि दोनों अस्पतालों पर शिकायत के आधार पर रेड की गई है। एक अस्पताल जाटल रोड पर देव क्लीनिक के नाम से है, जबकि दूसरा आठ मरला में एसके क्लीनिक के नाम से है। सूचना थी कि फर्जी डिग्रियां लेकर इन्हें डॉक्टर चला रहे हैं। रेड के दौरान शिकायत सही मिली । दोनों जगह फर्जी डिग्रियों के आधार पर लोग डॉक्टर बने हुए थे और लोगों का इलाज कर रहे थे। टीम की रेड के दौरान काफी संख्या में मरीज यहां इलाज करवा रहे थे। उन्हें यहां से दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया है। फिलहाल दोनों अस्पतालों की जांच जारी है।