गुमला। आयुर्वेदिक दवा के सेवन से वैध सहित दो की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। चैनपुर थाना क्षेत्र के मरईकोना गांव में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनी दवा के सेवन से वैध सुधीर तिर्की और बसंत तिर्की की मौत हो गई, जबकि बसंत तिर्की की पत्नी सुषमा और बादल टोप्पो की हालत गंभीर बनी हुई है। मामला संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग जांच में जुटा है।
सिविल सर्जन डॉ.नवल कुमार का कहना है कि इस घटना के पीछे अंधविश्वास और शराब के नशे में जड़ी-बूटी का गलत सेवन जिम्मेदार है। डन्होंने बताया कि जड़ी-बूटियों और अन्य सामग्री से बनी इस दवा को मृतक के परिवार ने घर में मिक्सी में पीसकर तैयार किया था। इसके सेवन करने के बाद लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी। पेट में दर्द, उल्टी और चक्कर जैसी समस्याएं उत्पन्न हुईं।
पीडि़तों को तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय घरेलू इलाज किया गया, जिससे स्थिति बिगड़ गई। घटना के कई घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली, जिसके कारण बचाव कार्य में देरी हुई।
उधर, ग्रामीणों का कहना है कि बसंत तिर्की पहले से ही लिवर और अन्य बीमारियों से जूझ रहा था और गुमला के एक निजी क्लिनिक से उसका इलाज चल रहा था। सीएस ने लोगों से अपील की कि वे अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ें। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए तुरंत सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।