नई दिल्ली। आयुर्वेदिक दवा के नाम पर नकली दवाइयां बेचने का मामला पकड़ में आया है। पुलिस ने एक आयुर्वेदिक कंपनी संन्यासी आयुर्वेद के नाम पर साइबर ठगी के मामले में जांच शुरू की है। कंपनी के एक डायरेक्टर की शिकायत पर यह जांच शुरू हुई। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके ब्रांड का प्रमोशनल वीडियो और नाम दुरुपयोग करके नकली आयुर्वेदिक दवाएं बेची जा रही हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार उनकी कंपनी के नाम पर विज्ञापन का इस्तेमाल नकली दवाओं को बेचने के लिए किया जा रहा था। विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल किया तो टेली-कॉलर ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताया। उसी दिन उन्होंने 1,800 रुपये में दवा का ऑर्डर दिया, जो 1 दिसंबर को डिलीवर हुई।
पैकेज पर भेजने वाले का पता नहीं था। हालांकि, कुरियर कंपनी से मिले पते के अनुसार यह पैकेज गाजियाबाद से भेजा गया था। दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा ने 27 दिसंबर को शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।