टोंक (राजस्थान)। अस्पताल में बच्चों को एक्सपायरी दवा पिला देने का मामाल प्रकाश में आया है। दवा पीने के बाद 7 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई, जिससे हडक़ंप मच गया। बताया गया है कि रानोली पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में टीकाकरण अभियान के दौरान 3 माह तक के 7 नौनिहालोंं को एक्सपायरी दवा पिलाने से उनकी तबीयत बिगड़ गई। इससे बच्चों के परिजनों में हडक़ंप मच गया और वे तुरंत उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले गए। डॉक्टरों की जांच में इस बड़ी लापरवाही का खुलासा हुआ। समय रहते बच्चों का उपचार हो जाने से बड़ा हादसा होने से बच गया।
यह है मामला
टोंक जिले के पीपलू उपखंड क्षेत्र की रानोली पीएचसी में टीकाकरण अभियान के दौरान बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा था। टीकाकरण के बाद बच्चों को बुखार रोकने के लिए दवा दी गई। बताया गया है कि एक एएनएम ने गलती से बच्चों को एक्सपायरी डेट की दवा पिला दी। इसके तुरंत बाद बच्चों की तबीयत खराब हो गई। कई बच्चे रोने लगे और कुछ बेहोश हो गए।
बच्चों की बिगड़ती हालत देख उनके परिजनों में हडक़ंप मच गया। एक अभिभावक जगदीश ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को टीकाकरण के बाद दी गई दवा घर पहुंचकर पिलाई। इसके बाद उनका बेटा जोर-जोर से रोने लगा। दवा की जांच करने पर पता चला कि वह एक्सपायरी डेट की थी। परिजन तुरंत बच्चे को प्राइवेट अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दवा के एक्सपायरी होने की पुष्टि की।
रानोली पीएचसी इंचार्ज अशोक कुमार ने घटना पर सफाई देते हुए बताया कि एक्सपायरी दवाइयां नष्ट करने के लिए अलग रखी गई थीं, लेकिन गलती से बच्चों को दे दी गईं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार यादव ने जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।