आजमगढ़ (उप्र)। सरकारी दवाएं बाजार में बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में फार्मासिस्ट व एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। आरोपी के पास से दवाओं को भी जब्त कर लिया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) गोरखपुर की टीम ने यह कार्रवाई की। पकड़ी गई दवाओं की कीमत करीब 50 हजार रुपये है।

यह है मामला

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) गोरखपुर की टीम ने सरकारी दवाओं को बाजार में बेचने वाले गिरोह का खुलासा किया है। मरीजों का हक छीनकर दवा व्यापारी और झोलाछाप मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा कर रहे थे। एनसीबी ने दवा बेचने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, जिला मंडलीय जिला चिकित्सालय के फार्मासिस्ट रामानंद यादव व एक बाहरी व्यक्ति प्रमोद कुमार सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आरोपी के पास से भारी मात्रा में सरकारी दवाएं मिली हैं।

ड्रग इंस्पेक्टर सीमा वर्मा ने बताया कि एनसीबी गोरखपुर की टीम ने जिला अस्पताल के बाहर रेड की। टीम ने प्रमोद कुमार सिंह नाम के एक व्यक्ति को सरकारी दवाओं के साथ पकड़ लिया। टीम उसे पूछताछ करने के लिए कोतवाली में लाई। आरोपी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि वह मंडलीय जिला चिकित्सालय के फार्मासिस्ट रामानांद यादव से दवा लेता था। इसके बाद उसे कुछ मेडिकल हाल व झोलाछाप के यहां सप्लाई करता था।

शहर कोतवाली में मंडलीय जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट और एक बाहरी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि इससे सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की साख पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं। पकड़ी गई दवाओं की कीमत करीब 50 हजार रुपये है। उन्होंने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।