जबलपुर (मध्य प्रदेश)। नशीली दवा सप्लाई के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। जबलपुर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके ठिकाने से 7.5 लाख की दवाओं का अवैध स्टॉक जब्त किया है। आरोपी गढ़ा फाटक के पास रामनगर में किराए के मकान में रहकर प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन का कारोबार चला रहे थे।

यह है मामला

लॉर्डगंज पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की और प्रतिबंधित दवाओं का बड़ा स्टॉक जब्त किया। जब्त की गई दवाओं में कॉरेक्स की 3,094 बोतलें, 48,000 अप्राज़ोलम टैबलेट, 1,280 नाइट्रोज़ेपम टैबलेट और प्रोक्सिहंस स्पा (ट्रामाडोल) के 120 पैकेट शामिल हैं। मौके से दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी विनोद कोरी दवाओं के स्टॉक के बारे में संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सका।

जांच से पता चला कि वह अपने साथी विक्की चौधरी के साथ अवैध ड्रग सप्लाई का कारोबार कर रहा था। वे प्रतिबंधित पदार्थों का व्यापार करने के लिए कोरी की भाभी के नाम से पंजीकृत मेडिकल लाइसेंस का इस्तेमाल कर रहे थे।

पुलिस इस धंधे में शामिल सप्लायर्स और खरीदारों की पहचान करने के लिए आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। आरोपियों पर ड्रग कंट्रोल एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोप लगाए गए हैं।