Contraceptive Pills: अनचाहे गर्भ से बचने के लिए आमतौर पर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियां (Contraceptive Pills) को इस्तेमाल करती हैं। इन गोलियों का इस्तेमाल उस वक्त किया जाता है जब फिजिकल रिलेशन बनाते वक्त कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। गर्भनिरोधक गोलियां आपको अनचाहे गर्भ के खतरे से तो बचाती है लेकिन ये शरीर पर बहुत नुकसान करती है। ये गोलियां खाने से शरीर का हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
प्रेग्नेंसी रोकने के तरीकों से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा (Contraceptive Pills)
एक रिसर्च के मुताबिक केवल गर्भनिरोधक गोलियां खाने से ही नहीं बल्कि प्रेग्नेंसी रोकने के बाकी तरीके जैसे IUD भी ब्रेस्ट कैंसर की बड़ी वजह बन सकता है। एक स्टडी के मुताबिक कॉन्ट्रासेप्टिव पिल का खाना छोड़ने पर इस बीमारी का खतरा कम हो सकता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कहा कि 20 या इससे कम उम्र की लड़कियों की तुलना में ज्यादा उम्र की महिलाओं में इस बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है।
गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफेक्ट
प्रोजेस्टोजन-ओनली पिल में मात्र एक हार्मोन होता है, जो सर्वाइकल म्यूकस को थिक करता है और स्पर्म को गर्भ में प्रवेश करने से रोकता है। इन दोनों ही गोलियों के साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे- सेक्स करने की इच्छा में बदलाव, मूड में बदलाव, सॉफ्ट ब्रेस्ट, बीमार जैसा महसूस करने लगना और वजन की समस्या पैदा होना आदि। डॉक्टर्स कंबाइन्ड पिल्स खाने से परहेज करने की सलाह देते हैं, खासकर उन लोगों को, जिनके पास ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास हो। कुछ गर्भनिरोधक गोलियां खाने से ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है जो कई हाई बीपी संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। कई सारी गर्भनिरोधक गोलियां दिल से संबंधी बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा देती है। इन गोलियां का अधिक मात्रा में सेवन करने से संक्रमण संबंधी बीमारियां भी बढ़ जाती है।
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