Bihar: बिहार (Bihar) के सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज तो भगवान भरोसे ही चल रहा है। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों पीएमसीएच, आइजीआइसी, पटना एम्स, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में मरीजों को इलाज के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को हार्ट सर्जरी के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

निजी अस्पतालों में जहां हार्ट पेशेंट का 2 से 3 दिनों के भीतर ऑपरेशन हो जाता है वहां सरकारी अस्पतालों में 3-4 महीनों का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

 संसाधनों की कमी के कारण लंबा इंतजार (Bihar)

सबसे अधिक परेशानी आइजीआइसी और आइजीआइएमएस अस्पतालों में हो रही है। यहां भर्ती मरीजों की वॉल्व रिप्लेसमेंट, स्टेंट और हार्ट सर्जरी करने में बहुत परेशानियां आ रही है। इन अस्पतालों में कैथलैब की सुविधा तो मौजूद है लेकिन वॉल्व और स्टेंट के कारण देरी हो रही है। कागजी प्रक्रिया, वॉल्व और स्टेंट की उपलब्धता नहीं होने के कारण 20 दिनों तक मरीजों को इलाज से वंचित रहना पड़ रहा है।

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आयुष्मान योजना के अंतर्गत होता निशुल्क इलाज और जांच

एंजियोग्राफी, इंजीयोप्लास्टी, दो स्टेंट लगाना, होल्डर, ब्लड टेस्ट, इको, इसीजी, बाल हृदय रोग, बाइपास सर्जरी, हार्ट सर्जरी सहित सभी बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के अंतर्गत निशुल्क इलाज और जांच होती है।

सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने अस्पतालों की लापरवाही को लेकर कहा कि आयुष्मान योजना, गरीब, बीपीएल और कार्ड धारी के अंतर्गत आने वाले मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर इलाज करने के निर्देश दिए गए हैं। जो गड़बड़ियां है उन्हें ठीक किया जायेगा। बहुत सारी कमियां ठीक करने के साथ व्यवस्था को दुरुस्त किया जायेगा। इलाज में देरी क्यों हो रही है इसकी जानकारी तमाम अस्पतालों से ली जायेगी।

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