अजमेर (राजस्थान)। नशीली दवा के कारोबार के मास्टरमाइंड को नेपाल से अरेस्ट किया गया है। यह सफलता नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम को मिली है। टीम ने रामगंज थाना क्षेत्र में चार वर्ष पहले दर्ज करोड़ों रुपए की नशीली दवाओं के मामले में 50 हजार के इनामी मास्टरमाइंड को नेपाल से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को कोर्ट में पेश किया और छह दिन के रिमांड पर लिया है।

यह है मामला

एनडीपीएस कोर्ट के विशिष्ट लोक अभियोजक शशिप्रकाश इंदौरिया ने बताया कि वर्ष 2021 में अजमेर के रामगंज थाने में करोड़ों रुपए की नशीली दवा के केस दर्ज किया गया था। जांच में करोड़ों रुपए की नकली और नशीली दवाओं के मामले का खुलासा हुआ। रामगंज पुलिस ने नशीली दावों के कारोबारी बीकानेर के नोखा क्षेत्र निवासी सुशील करनानी को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को रामगंज पुलिस को सौंपा गया। पुलिस ने आरोपी सुनील करनानी को अजमेर की एनडीपीएस कोर्ट में पेश कर छह दिन के रिमांड पर लिया है।

इंदौरिया ने बताया कि आरोपी ने नगालैंड के कोहिमा में फर्जी फर्म बनाई और उसकी आड़ में नेपाल, गुरुग्राम, दिल्ली, अजमेर समेत कई राज्यों में नशीली दवा के अवैध कारोबार को अंजाम देने लगा। मुख्य आरोपी ने दवा के नाम से और भी कई कंपनियां बना रखी थी। इस मामले में कई आरोपी फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है।

जयपुर की विश्वकर्मा पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के पास वर्ष 2021 में टेंपो पकड़ा था। इसमें टेंपो चालक मोहम्मद ताहिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की और तलाशी में टेंपो से 5 करोड़ की प्रतिबंधित दवा जब्त की। जयपुर पुलिस की सूचना पर अजमेर के रामगंज के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम पर रेड की। यहां से पुलिस ने 5 करोड़ 5 लाख रुपए कीमत के 114 कर्टन नर्सरी दवाएं बरामद की थी। इसके बाद रामगंज और अलवर गेट थाना पुलिस ने 5 करोड़ 53 लाख की नशीली दवाओं के 110 कार्टन और बरामद किए थे।