खरड़ (पंजाब)। लुधियाना में एएपी फॉर्मा और जय मां फार्मास्यूटिकल पिंडी स्ट्रीट स्थित दो थोक दवा व्यवसाइयों के लाइसेंस तुरंत प्रभाव से कैंसिल कर दिए गए हैं। उपरोक्त जानकारी देते हुए पंजाब स्टेट ड्रग कंट्रोलर प्रदीप मट्टू ने मेडिकेयर न्यूज़ को बताया कि दोनों थोक लाइसेंस पर काम कर रही यह दुकानें एक ही परिवार से संबंधित है। दुकान के नाम पर गलत काम हो रहा है, ऐसी सूचना विभाग को मिली तो अलग-अलग समय पर 82 तथा 45 लाख रुपए का ट्रामाडोल भरा स्टॉक इन दुकानों से संबंधित दस्तावेजों सहित ट्रांसपोर्ट पर मिला, जिसका ट्रांसपोर्ट या यह दुकानें कोई सार्थक संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे पाए।
कारण बताओ नोटिस के उत्तर में भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य औषधि नियंत्रक प्रदीप मट्टू ने दोनों दुकानों के लाइसेंस कैंसिल कर दिए है ।मट्टू ने कहा कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। यदि कोई दवा के नाम पर नशे का कारोबार करता पाया गया तो विभाग उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा ताकि ‘उड़ता पंजाब’ जैसा कलंकित नाम उनके राज्य से दूर हो सके।
दूसरी ओर अमृतसर स्थित विलमर्क नामक औषध निर्माता द्वारा ट्रामाडोल का निर्माण निम्न स्तर का किया जा रहा था तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया था परंतु विभाग की आंखों में धूल झोंककर यह औषध निर्माता चोरी छुपे ट्रामाडोल की खुली गोलियां बनाकर बाजार में उपलब्ध करवा रहा था जो नियम विरुद्ध तो है ही, साथ में पंजाब सरकार के अभियान ‘नशा मुक्त पंजाब’ को भी ठेंगा दिखा रहा था। जिस पर विभाग के औचक निरीक्षण के समय मौके पर ट्रामाडोल की गोलियों का भारी स्टॉक मिला जिस पर विभाग ने सशक्त कार्रवाई करते हुए विलमर्क औषधि निर्माता का लाइसेंस कैंसिल कर दिया।