जरूरी खबर, रोहतक पीजीआई की इमरजेंसी विभाग में आने वाले मरीजों को नहीं मिलेगा ब्लड

प्रतीकात्मक तस्वीर

रोहतक। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में अब किसी मरीज को भर्ती बगैर सीआर (सेंट्रल रजिस्ट्रेशन) नंबर के ब्लड जारी नहीं किया जाएगा। सीआर नंबर भी किसी मरीज को भर्ती होने पर ही जारी किया जाता है।

ऐसे में स्पष्ट हो गया है कि आपात विभाग में आए किसी भी मरीज को भर्ती होने की स्थिति में ब्लड जारी किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सक की ओर से सीआर नंबर, अपना नाम व स्टैंप लगाकर देना होगा। इसके बाद ही मरीज को ब्लड जारी किया जाएगा। इसके लिए ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभागाध्यक्ष की ओर से सभी विभागों को पत्र जारी कर दिया गया है।

आपात विभाग में ब्लड की कमी के साथ पहुंचने वाले मरीजों को ब्लड चढ़ाकर भेज दिया जाता रहा है। अब इसका मरीजों को यह फायदा मिलेगा कि भर्ती होने पर जांच होगी कि आखिर मरीज में ब्लड की कमी किस वजह से है। जिससे मरीज की बीमारी पकड़ में आएगी व उसका उपचार भी उसे समय रहते मिल जाएगा।

ब्लड बैंक में अक्सर ब्लड की कमी देखी जाती है। ब्लड की बड़ी खपत होने के कारण सिस्टम सही नहीं चल पा रहा था। अब ब्लड के लिए जारी होने वाली हर यूनिट का रिकार्ड दर्ज होगा। अगर कहीं भी कुछ गड़बड़ मिली तो संबंधित चिकित्सक से जवाब लिया जा सकेगा। व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रबंधन की ओर से यह कदम उठाया गया है।

पीजीआइ प्रबंधन की ओर से हर विभाग में तैनात रेजिडेंट डाक्टरों के लिए नाम वाली स्टैंप बनवाने को डिटेल मांगी गई है। चिकत्सकों के नाम वाली स्टैंप जारी होने के बाद उन्हें हर मरीज की कार्ड व स्लिप पर अपनी स्टैंप लगानी होगी। जिसके बाद जवाबदेही तय हो जाएगी कि उक्त मरीज का उपचार किस चिकित्सक ने किया है। ऐसे में कभी कोई लापरवाही का केस आया तो कार्रवाई में आसानी होगी।

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