यूनीसेफ ने कहा भारत के पास ऐसी नीतियां हैं जो अन्य देशों के पास नहीं

यूनीसेफ ने कहा भारत के पास ऐसी नीतिया हैं जो अन्य देशों के पास नहीं

UNICEF: यूनिसेफ (UNICEF) ने भारत की कोरोना टीकाकरण नीति को लेकर जमकर  तारीफ की है। यूनिसेफ की वरिष्ठ वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार और डिजिटल स्वास्थ्य और सूचना प्रणाली की प्रमुख, यूनिट करिन कलैंडर ने कहा कि भारत 55 में से उन तीन देशों में से एक है जहां कोविड-19 महामारी के बाद भी टीकों के महत्व की धारणा बनी रही या उनमें सुधार हुआ। भारत ने वैक्सीनेशन की तकनीक का बहुत ही बेहतरीन उपयोग किया और इसे गांव-गांव तक पहुंचाया।

यूनिसेफ (UNICEF) ने कहा भारत की कहानी अनूठी है 

यूनिसेफ की  वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार और डिजिटल स्वास्थ्य और सूचना प्रणाली की प्रमुख, यूनिट करिन कलैंडर ने कहा कि भारत की कहानी अनूठी है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल  बड़ी संख्या में लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने में सक्षम था, बल्कि उस मिशन को तेजी देने के लिए तकनीक का उपयोग करने और सेवाओं को बेहतर ढंग से पहुंचाने और वैक्सीनेशन को ट्रैक करने में भी सक्षम था।

भारत का पहले से ही बना था बुनियादी ढांचा 

करिन कलैंडर ने कहा कि भारत के इतना सफल होने का एक कारण यह है कि इतना बड़ा मिशन शुरू करने के लिए इसके पास पहले से ही एक बुनियादी ढांचा था। यहां राष्ट्रीय नीतियां थीं, और डेटा सुरक्षा नीतियां थीं लेकिन कई देशों के पास ऐसा नहीं था इसलिए उन्हें शून्य से शुरुआत करना पड़ा था।

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करिन कलैंडर ने कहा कि स्वास्थ्य सूचना सरंचना के मामले में भारत ने जो किया है उससे हमें बहुत कुछ सीखने की जरुरत है। भारत में  डिजिटल स्वास्थ्य को वैश्विक स्वास्थ्य में गेम-चेंजर के रूप में देखती हैं।

वहीं यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा, महामारी के चरम पर वैज्ञानिकों ने तेजी से ऐसे टीके विकसित किए जिन्होंने अनगिनत लोगों की जान बचाई। लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बावजूद सभी प्रकार के टीकों को लेकर भय और गलत सूचना वायरस की तरह व्यापक रूप से प्रसारित हुई।

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