डॉ. प्रवीण मल्होत्रा को मिला राधाकृष्णन गोल्ड मैडल

रोहतक। पीजीआई रोहतक के गैस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष तथा जीवन रेखा स्कीम के प्रमुख नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीण मल्होत्रा को ‘‘भारत रत्न राधाकृष्णन गोल्ड मैडल अवार्ड’’ से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड गत दिवस चेन्नई में सीपीआर, संस्था द्वारा दिया गया। जिसके तहत विभिन्न कार्यक्षेत्रों में से उन लोगों को चुना गया जो अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। इन अवार्ड के लिए लगभग 50 लोगों को मैडीकल, इंजीनियरिंग, सांईस, समाजसेवी, ब्यूरोक्रेट्स को चयनित किया गया। हरियाणा में से इस अवार्ड के लिए सिर्फ डॉ. प्रवीण मल्होत्रा को चयनित किया गया था। उल्लेखनीय हैँ कि डा. मल्होत्रा विश्व के पहले डाक्टर जिन्होंने खुद अकेले 29 हजार एंडोस्कोपी की हैं। साथ एंडोस्कोपी द्वारा ईलाज के कई विश्व रिकार्ड बनाए हैं। डा. मल्हौत्रा के पिता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता केएन मल्होत्रा ने बताया कि उनके पुत्र का चयन निनलिखित बिंदुओं पर किया गया। डा. मल्होत्रा विश्व के पहले डाक्टर जिन्होंने खुद अकेले 29 हजार एंडोस्कोपी की हैं। एंडोस्कोपी द्वारा अनेक विश्व रिकार्ड बनाना जैसे कि पेट से 4 किलो बाल निकालना, 5 सेंटी मीटर सर्जिकल ब्लेड तथा आंतडिय़ों में फंसी कोपरटी को निकालना। डा. मल्हौत्रा 1000 (एक हजार) गेहूं की एलर्जी के मरीजो का सफल ईलाज कर चुके हैं। वहीं, दस हजार से अधिक काले पीलिए के मरीजों का सफल ईलाज करने का श्रेय भी डा. मल्होत्रा को जाता है। वे विभिन्न प्रकार के समाज सेवाओं के कार्यों से भी जुडे हें। इससे पहले डॉ. प्रवीण मल्होत्रा को महात्मा गांधी गोल्ड मैडल, अब्दुल कलाम गोल्ड मैडल, बेस्ट सिटिजन ऑफ इंडिया, जीवन ज्योति अवार्ड तथा समाज सुधार अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा सैंकडों सामाजिक व राजनैतिक मंचों से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।

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