फर्जी पैथ लैब का खुलासा

नई दिल्ली। राजधानी में एक फर्जी पैथोलॉजी लैब का खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस लैब ने सालभर में 30 हजार मरीजों को फर्जी रिपोट्र्स दी थीं। पुलिस ने लैब संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले का खुलासा लैब में कार्यरत लडक़ी के पीसीआर को कॉल करने पर हुआ।
पुलिस के अनुसार उन्हें एक लडक़ी का कॉल आया था। उसने बताया कि खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक शख्स उसके एंप्लॉयर संजय को ले गया है। जब पुलिस ने संजय से संपर्क साधने की कोशिश की तो उसका फोन स्विच ऑफ मिला। पुलिस टीम संजय की पैथ लैब में गई तो वहां की स्थिति खराब पाई। पता चला कि कॉल करने वाली लडक़ी को लैब संचालक अजय और संजय यादव ने अपनी गैरमौजूदगी में कोरियर बॉयज से सैंपल कलेक्ट करने के लिए हायर कर रखा था।
पुलिस ने मौके पर मौजूद युवती से टेस्टिंग मशीनों के बारे में पूछा तो वह कुछ बता नहीं सकी। उसने कहा कि वह 4 दिन पहले से ही यहां नौकरी करने आई है। कुछ ही देर बाद अजय लैब में आया। वह भी मशीनों के बारे में सही से कुछ बता नहीं पाया। थोड़ी देर की पूछताछ में ही उसने पुलिस को फर्जी लैब का सच उगल दिया। हालांकि पुलिस ने जब सीबीआई अधिकारियों से लैब में किसी को भेजे जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने साफ इनकार किया। इसके बाद पुलिस ने मामले की पूर्ण जांच के बाद संजय को अरेस्ट कर लिया। पुलिस के मुताबिक संजय का भाई अजय इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड था।
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