नई दिल्ली। सर्दी-जुकाम के लिए इस्तेमाल होने वाली म्यूसिनेक्स नामक दवा से कई महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में सफलता मिली है। यह हैरान कर देने वाला मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में महिलाओं ने अपनी प्रेग्नेंसी के लिए खांसी और सर्दी की दवा म्यूसिनेक्स या सक्रिय घटक गुइफेनेसिन युक्त तथा डिकॉन्गेस्टेंट दवाओं के इस्तेमाल को लाभदायक बताया है। इसे बांझपन का सामना कर रही महिलाओं के लिए भी फायदेमंद बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि म्यूसिनेक्स में गुआइफेनेसिन कंपाउंड होता है जो कफ को पतला करने और सांस की नली को साफ करने का काम करता है। ऐसे में सर्दी से बंद नाक से तुरंत राहत मिलती है।
बता दें कि प्रेग्नेंसी के प्रोसेस में स्पर्म सबसे पहले महिला के वेजाइना में जमा होते हैं। स्पर्म को एग तक पहुंचने के लिए सर्विक्स से गुजरना पड़ता है। यहां म्यूकस बनता है, जिसकी मात्रा और स्थिरता महिला के पीरियड्स के दौरान बदलती है। ओव्यूलेशन के समय, यह म्यूकस सबसे अधिक उपयुक्त होता है, जिससे स्पर्म को एग तक पहुंचने में सहायता मिलती है। अगर म्यूकस बहुत अधिक या बहुत गाढ़ा हो, तो यह स्पर्म को एग तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में म्यूसिनेक्स दवा मददगार साबित होती है। हालांकि, इस बात के बहुत कम वैज्ञानिक प्रमाण हंै कि म्यूसिनेक्स प्रजनन क्षमता में मदद कर सकता है।
स्पर्म प्रोडक्शन पर भी असर
एक शोध के अनुसार, एक व्यक्ति ने दो महीने तक दिन में दो बार 600 मिलीग्राम गुइफेनेसिन लिया। इससे उसके स्पर्म प्रोडक्शन और मोटालिटी में बढ़ोतरी देखी गयी। चूंकि यह अध्ययन एक 32 वर्षीय व्यक्ति पर किया गया था, शोधकर्ता इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि परिवर्तन का कारण गुइफेनेसिन था।