फर्जी कंपनियों की नकली दवा बेचने वालों पर होगा मुकदमा

दवा
सांकेतिक तस्वीर

झांसी : जिले में फर्जी तरीके से कागजों में कंपनियां चलाकर बाजार में नकली दवा बेचने के मामले में प्रशासन एक बार फिर सख्त हो गया है।शासन ने इसमें सीधे दवा विक्रेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए हैं। जल्द ही औषधि विभाग विक्रेताओं पर मुकदमा दर्ज कराएगा।

आपको बता दें कि औषधि विभाग समय-समय पर छापेमारी कर दवाओं के नमूने लैब में जांच के लिए भेजता रहता है। झांसी और ललितपुर से एंटीबायोटिक दवाओं के सैंपल कुछ महीनों पहले औषधि विभाग ने लखनऊ प्रयोगशाला में भेजा था। इस सैंपल में सिफेक्सिम की जो मात्रा लिखी हुई थी वह इस दवा में उनकी मात्रा का मिलान नहीं हो पाया।

इसके बाद झांसी में जिस दवा का सैंपल फेल पाया गया था उस रैपर पर उत्तराखंड का पता लिखा हुआ था। जबकि दूसरी दवा ललितपुर से सैंपल के लिए भेजी गई थी जो हिमाचल प्रदेश की निकली।

इस मामले दोनों जिले के औषधि निरीक्षक को कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया गया है। लेकिन जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो दोनों कंपनियों के पते पर प्लॉट था। वहां के लोगों ने बताया कि यहां किसी कंपनी का कार्यालय नहीं है।

खाद्य सहायक आयुक्त मुकेश पालीवाल ने कहा कि जो कंपनी की दवा जांच में फेल मिल रही है और उनकी बिक्री की जा रही है। ऐसे दवा विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके ऊपर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। अब जल्द ही दोनों दवा विक्रेताओं पर मुकदमा करा दिया जाएगा।

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