किराए पर फार्मासिस्ट की डिग्री लेकर चला रहे मेडिकल स्टोर

   आठवीं पास किराए पर लेकर चला रहे मेडिकल स्टोर

Chamba: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले (Chamba) में किराए पर लेकर मेडिकल स्टोर चलाने का काम बड़े धड़ल्ले से चल रहा है। बिना अनुभव के ही किराए पर फार्मासिस्ट की डिग्री दवाईयों की दुकान संभाल रहे हैं और लोगों को बिना सोचे-समझे दवाईयां भी दे रहे हैं।

भविष्य में हो सकती है बड़ी घटना (Chamba)

यदि इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो भविष्य में कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। बिना फार्मासिट के दवाई दुकान चल रहे है, यह ड्रग विभाग का आंकड़ा भी बयां कर रहा है। चंबा जिले सहित शहर में बड़ी संख्या में बिना नियम के मेडिकल दुकानों का संचालन किया जा रहा है। इसमें कई मेडिकल संचालक किराए पर लाइसेंस तो कई मेडिकल स्टोर्स बिना फार्मासिस्ट के धड़ल्ले से चला रहे है। वहीं कई तो इससे भी आगे बढ़कर बिना लाइसेंस के ही दवाई दुकान संचालित कर रहे हैं। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा ज्यादा हो रहा है।

तीन महीने में 22 दुकानों पर कार्रवाही

शिकायत मिलने पर ड्रग विभाग के द्वारा कार्रवाही हुई। तीन महीने के भीतर 22 मेडिकल दुकानों पर कार्रवाही हुई जिनमें से किसी पर 24 घंटे तो किसी पर 4 से 5 घंटे पर सस्पेंड की कार्रवाई की गई है। वहीं एक महालक्ष्मी पेंड्री को तो लाइसेंस ही निरस्त कर दिया गया। जहां फार्मासिस्ट बैठते ही नहीं थे। बिना डिग्री के दवाईयां का सप्लाई हो रही है जिससे लोगों की जान जा सकती है।

2022-23 में 48 सैंपलों की जांच 

बीते साल से लेकर तक ड्रग विभाग द्वारा विभिन्न दवाई दुकानों में जाकर 87 सैंपलों को जब्त किया गया था। सैंपल लेने के बाद जांच के लिए रायपुर स्थित लैब भेजा गया। जहां से चार का रिपोर्ट आ गया, इसमें तीन मानक तो एक अमानक पाया गया। अमानक को कार्रवाई के लिए कोर्ट भेजा गया। सालभर में मात्र 87 दवाईयों का सैंपल लिया गया, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ड्रग विभाग किस तरह काम कर रहा है।

ये भी पढ़ें- बाबा रामदेव ने फिर एलोपैथी पर साधा निशाना

 

Advertisement